इंद्रियों से अलग होकर, आप स्वतंत्र हैं: अष्टावक्र के उपदेश
भारतीय धार्मिक ग्रंथों और दर्शनिक विचारों में आत्मा की महत्वपूर्ण भूमिका है। अष्टावक्र गीता, जिसे अष्टावक्रि भी कहा जाता है, एक ऐसा महत्वपूर्ण ग्रंथ है जो इस दृष्टिकोण को प्रकट करता है कि इंद्रियों से अलग होकर हम स्वतंत्र हैं, और जब हम इसे समझते हैं, तो हम अपनी इच्छानुसार जी सकते हैं। इस लेख…